नारीवाद

नारीवाद का जन्म एक 
रईसी खानदान में हुआ है।
वो दिन रात के चकाचौंध में 
पली बढ़ी है।
बड़े बड़े ऋषि मुनियों का मानना 
है कि 
यह ही एक शक्ति है 
जो दुनिया के हर 
महिला के दुख के 
निवारण के लिए पैदा हुई है।
नारीवाद का अवतार एक 
देव का अवतार है 
वो सबसे पहले अपना साम्राज्य 
स्थापित करेगी।
कष्टों के निवारण के लिए 
दरबार लगाएगी।

मेहंदी के फूल

दिन की तमाम उलझनों को 
थक कर मेहंदी के फूल 
हो जाना चाहिए।
जिसकी खुशबू में उलझनों को 
सुलझाने की एक और हिम्मत मिल सके।