इश्क

 




इश्क की जरूरत 

या तो सबसे पहले है,

या फिर आखरी।

नंग-धडंग इंसान 

खाली पेट के साथ 

अगर इश्क, मुहब्बत की बाते करें

तो बड़ा अटपटा लगेगा।

इश्क को हमेशा से 

मखमली चादर पसंद रहे हैं

वो अक्सर अपना रुख 

बहुत सोच समझ कर मोड़ता है। 

बीच-बीच की तलफ़ रखने वाले 

हमेशा बीच  के रास्ते चुनते दिखते हैं

बीच का इश्क आपको अपंग बनाता है।

Darlings


                                 (Image  -Kaimoi)



सपने, सपने बहुत खूबसूरत
हुआ करते हैं।
सपने एक उम्मीद की तरह 
होते हैं
जिसके सहारे हम अपनी 
पुरी ज़िंदगी गुजारने के 
ख्वाब संजोते हैं।
उसे अपने मन की खिड़कियों
से झांकते देख,
आंखो के दरवाजे से पास बुला के
एक अदृश्य चित्रकला में 
रंग भर के उसे जीवित करते हैं।
पर, सपने अगर किसी और 
के हाथ से बंधे हो तो 
वो हमे अपंग बनाते है।
या, यूं कहूं कि,
अपंगता की चरम सीमा पर 
पहुंचा देते हैं
तो शायद मैं गलत नहीं हूं।
इसे दूर करने का एक उपाय है 
खुद से दोस्ती और थोड़ी सी
इश्क की बारिश।