सालों की पड़ गंदगी से आज देश को आबाद करते है, आइये सफाई करते है । दुर तलक खेतों, गलियों, में क्या झाड़ू मारना? नालो का भी स्वाद चखते है, आइये सफाई करते है । महंगे परिधानों का तो कहना हि नही हैं, कभी अर्ध॒ नग्न भी डुबकी लगाते है, आइये सफाई करते है । कैमरा तो समतल जमीं को भाता हि है पानी में आज फ्लैशलाइट खेलते हैं, आइये सफाई करते है । बडे बडे प्रॉजेक्ट तो है ही आखों के समक्ष कुछ विराने भी आज आबाद करते है, आइये सफाई करते है । स्वच्छंद हवाओ से तो भर ही चुके हैं अपनी सांस कुछ बदबुये भी अपने नाम करते है आइये सफाई करते है ।