आइये सफाई करते है







सालों की पड़ गंदगी से आज देश को आबाद करते है,
आइये सफाई करते है ।

दुर तलक खेतों, गलियों, में क्या झाड़ू मारना?
नालो का भी स्वाद चखते है,
आइये सफाई करते है ।

महंगे परिधानों का तो कहना हि नही हैं,
कभी अर्ध॒ नग्न भी डुबकी लगाते है,
आइये सफाई करते है ।

कैमरा तो समतल जमीं को भाता हि है
पानी में आज फ्लैशलाइट खेलते हैं,
आइये सफाई करते है ।

बडे बडे प्रॉजेक्ट तो है ही आखों के समक्ष
कुछ विराने भी आज आबाद करते है,
आइये सफाई करते है ।

स्वच्छंद हवाओ से तो भर ही चुके हैं अपनी सांस
कुछ बदबुये भी अपने नाम करते है
आइये सफाई करते है ।








2 comments:

Gautam Kumar said...

कभी तो राजनीति को परे रखकर, मिला कर सफाई करते हैं।

suruchi kumari said...

राजनीति कैसे परे रख देॽ