तन्हाई



वो यादों की  एक हसीन दुनिया,
तुम्हारे आँखों से सब कुछ कह जाना,
रूठ कर यू मान जाना,
सब कुछ तो है मेरे पास
बस, तुम नहीं हो।

छुप छुप के देखना,
हर बात पे हँसना,
पेड़ की छांव में  इन्तजार करना,
सब कुछ तो है मेरे पास
बस, तुम नहीं हो।

वो महकी सी खुशबू,
बच्चों सी मासूमियत,
चाँद सी शीतलता,
सब कुछ तो है मेरे पास
बस, तुम नहीं हो ।

2 comments:

Gautam Kumar said...

जिवंत

suruchi kumari said...

धन्यवाद जी😊😊