तुम रूठ गई हो क्या?
आओ तुम्हें मना लूं।
कमरे की बत्तियां बुझा के
छिटकली के पीछे
सिसकियां दबा दूं।
आओ तुम्हें मना लूं।
शहर का सबसे सुंदर
जेवर तुम्हें दिला दूं।
रेशम, मोती, मालाओं से
आज तुझे सजा दूं ।
आओ तुम्हें मना लूं।
दूध, मलाई, रबड़ी, कुल्फी
बोलो क्या_क्या खाओगी ?
धूप, धूल से तुम्हें छिपा के
५स्टार की सैर तुम्हें करा दूं।
आओ तुम्हें मना लूं।
परदे पर कोई पिक्चर चलवा दूं
या, केनवास में तुम्हें छुपा लूं?
आओ तुम्हें मना लूं।
4 comments:
Wow didi
Thank you ❤️❤️
वाह । ।
धन्यवाद 😊😊
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