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Showing posts from October, 2021

खिड़की

  तुम्हारी खिड़की में लगी एक कील  किसी ने निकाल दी है, अब मेरा आंचल वहां फंसा नहीं करता।  अब मैं वहां किसी बहाने से रुक नहीं पाती। तुम्हे रोज ना देखने का  दर्द मुझे हर रात सताता है। तुम्हारी खिड़की से आती चाय और स्याही की मिलीजुली खुशबू अब  मेरे दामन से लग के  जमीन पर बिखर जाया करती हैं  मैं चाह के भी उन्हें अपने आंचल के कोने  पर बांध  नहीं पाती  क्यूंकि रास्ते में  अजनबी आंखे मुझे ताकती हैं।

स्टेशन और ट्रेन

  बातों के अनवरत सिलसिलों  के बीच  कुछ अल्फाज अधूरे रह जाते है,  और, फोन की घंटियां एक बार फिर  बजतीं हैं। फोन के उस तरफ का  पसरा सन्नाटा  शाम को धीरे धीरे चांद की चादर उढ़ा के रात करती है। और, फोन के इस तरफ की हलचल  अंधेरे की चादर उतार कर रौशनी करती है। चन्द बातों में खत्म होने वाले किस्से पूरे दिन को प्यार से सीचते हैं, और, शाम के खिले फूल  रातों को महकाते हैं। अक्सर दो अलग चीजें मिल के  एक खूबसूरत रिश्ता बनातीं हैं,  पर उनका बिछड़ना  दोनो चीजों का  अस्तित्व चुरा ले जाता है। जैसे चाय और खुल्हड, स्टेशन और ट्रेन।

तस्वीर

तस्वीरों को सोने का बहुत शौक है।  वो अक्सर एक ही जगह पर  टीक के रहा करतीं है। बिना ये जाने, समझे कि इनके आस पास का माहौल कितना बदल चुका है। तस्वीर में टिका हुआ बादल कब का हवा के साथ बह चला है। दीपक की पिली, इठलाती लौ जल के धुआं हो चुकी हैं। और वो पेड़ पर बैठी चिड़िया  शाम होते ही घर को जा चुकी हैं। तस्वीरों में एक ठहराव है और जिंदगी गतिमान। 

टीस

  किसी के जूते में आके  अगर इंसान को समझना, उसके तरीकों और सलीको को  सीखने और जानने का सबसे  अच्छा तरीका है, तो मैं इससे इन्कार करती हूं। क्यूंकि, ये मुझे मेरा होने से रोकती है । घड़ी की हर टीक टीक के साथ  उनके जूते मुझे चुभते है। एड़ियों में एक अजीब सी टीस आती हैं, और, फिर मैं अपनी नहीं रहती।

Changing Scenario

                                                                    Image- Randy Glasbergen  11 March 2020, last day I visited my college library. After that we all meet an unprecedented pandemic. Schools were shut, livelihood lost, people were on streets, everything just changed. There was major change that occur in terms of studies is the online studies. With less accessibility of the smartphones and network, students suffered a lot. The change that we were thinking in the education sector comes so early. Because we were not prepared for that, still we are not equipped with the best ideas. Switching to the online study was the wrong decision? India is a diverse country. We have people from all race and religion and also from the different economic backgrounds. For those who have access to the internet and have di...