गुम

 मैं गुम होना चाहती हूं,

खामोशियों से भरी दुनियां में।

एक ऐसी दुनियां जहां

लोग एक दूसरे को बस 

कुछ क्षण के लिए याद रखते हो ।

आज मिले और कल भूल गए।

एक ऐसी दुनियां में खोना चाहती हूं।

मैं कभी किसी को याद नहीं आना चाहती। 

यादें अक्सर तकलीफ देती हैं,

मरने के बाद अच्छी आदतों से 

जाने जाते है लोग,

और जिंदा रहने कि कीमत बहुत है।




No comments: