मेरा बचपन





मुझे तुमसे कहना बहुत कुछ है,
मुझे ये कहना है कि
तुम अपने साथ मेरा बचपन लेके गई।
हर रात सोने के पहले
कहानियों का सिलसिला लेके गई। 
अंगीठी के ताप में पकती
लिट्टी लेके गई। 
महना से मक्खन लेके गई। 
चूल्हे पे रखे बर्तन से 
घी की खुशबू लेके गई। 
कटोरे में पड़ा मट्ठे का स्वाद लेके गई। 
चैत्र के महीने से नीम लेके गई। 
कार्तिक से अमरूद लेके गई। 
त्योहारों के गीत-संगीत से अपना रंग लेके गई। 
खुले आसमां में खड़े चांद की चांदनी लेके गई। 
मेरे कमरे से अपनी खुशबू लेके गई। 
हर बात पे अपनी शिकायत दर्ज करने की आदत लेके गई। 
तुम अपने साथ मेरा बचपन लेके गई। 

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