वस्तुतः
बीते वक्त
कल के बीते वक्त में
तुम्हारे लिए नफरत नहीं है।
ना ही अब मुझे
खुद से शिकायत है।
ना तुम गलत थे कल,
ना मैं गलत थी।
हालातों पे क्यूं
थोपना बीते वक्त को?
ना वक्त तुम्हारा था,
ना मंजर मेरा।
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