जब हम लौटी







जब हम लौटी ऊ जगह पे वापस 
त तू वहां मिलब का
ओ ही घर, ओ ही अंगना में?
जब हम बइठी ऊ घर में 
त तू हमरा दिखब का 
ओ ही घर में
अंगना लिपइत 
छठ के तैयारी करीत 
आ पूरा घर के ज़िमेदारी
संभलले, 
दउरा साजित, टिकरी ठोकित 
चूल्हा भी बइठल? 
जब हम बैइठी बरामदा में 
त तू गीत गावित मिलब का?

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