पर्दा






मेरे और तुम्हारे होने के बीच 
एक पर्दा है।
पर्दे के इस तरफ 
एक विरान गली,
और पर्दे के उस तरफ 
फूलों से सजा बाग।
पर्दे के इस तरफ 
एक सच्चाई है
जिसे गले से नीचे 
उतार पाना बड़ा मुश्किल है।
और पर्दे के उस तरफ
एक बहती नदी की नाव
में सवार हम बस चले जा रहे है
दूर बहुत दूर।
इस तरफ की जिंदगी में 
तुम मुझसे भागते हो।
और उस तरफ आगे 
बढ़ के हाथ मेरा थामते हो।
चलो आज ये पर्दा हटा दे स्वप्न मिटा दें। 




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