तुम्हे याद है कितनी बातें हुई थी हमारी?
अपने बचपन के बारे में
स्कूल के बारे में
टीचर्स की खिंचाई
और जो हमने नींबू वाले बगीचे
के बाहर खड़े हो के नींबू चुराई थी
तालाब में गोते लगाने के बारे में
और हां, जब तुमने A, B, C, D पूरी
याद की थी और A for Apple
B for Ball पूरे क्लास में सुनाया था
कितनी खुश थी तुम
तुम अकेली जो थी उस क्लास में
सुनाने वाली।
जब तुम्हारी दीदी की शादी तय हुई
तुम सातवे आसमान पे थी
तैयारियों को लेकर
कपड़ो को लेकर
नए जीजा जी के स्वागत को लेके भी
तुमने कितने सपने देखे थे
तुम थाली कैसे सजाओगी
आरती में कितने पैसे मांगोगी
और कैसे उन्हें चुपके से
रसगुल्ले की बजाए
आलू खिलाने का इरादा था तुम्हारा
इन सबों के बीच तुम्हारी भी शादी की
खबर आना थोड़ा चौका गया था मुझे
शायद तुम्हारे लिए भी
ये कुछ ऐसा ही अनुभव रहा होगा
मैं अब तुमसे शादी के बाद मिली हूं
तुम अब भी दुनिया भर की बातें करती हो
अपने नए जीवन साथी के बारे में
अपने नए घर के बारे में
तोहफे में मिले गहनों और कपड़ों के बारे में
पर तुम अब खुद की बात क्यू नहीं करती?
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